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इंदौर बावड़ी हादसा: मंदिर में कन्यापूजन के दौरान छत धंसने से 36 की मौत, सभी शव निकले, गेट पर लगाया गया ताला
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर
Published by: अंकिता विश्वकर्मा
Updated Fri, 31 Mar 2023 01:34 PM IST
सार
इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर पर बावड़ी की छत धंसने से 50 से अधिक लोग बावड़ी में जा गिरे। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई है।

इंदौर हादसे में 36 की मौत
- फोटो : अमर उजाला

विस्तार
इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार सुबह सीएम शिवराज सिंह चौहान घायलो का हाल जानने के लिए एप्पल अस्पताल पहुंचे। उनके साथ गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ भी पहुंची।
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लापरवाही ने 36 की जान ली
बेलेश्वर मंदिर हादसे में 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। करीब सभी शव निकाले जा चुके हैं। एक व्यक्ति जिसके लापता होने की बात कही जा रही थी, उसका भी शव बावड़ी से बरामद कर लिया गया है। गुरुवार रात 11:00 बजे से शुरू हुआ राहत एवं बचाव कार्य शुक्रवार को करीब दोपहर एक बजे खत्म हुआ, जिसके बाद NDRF और महू से आए सेना के जवान वापस लौटे। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद मंदिर में फिलहाल ताला लगा दिया गया है। मंदिर के मैन गेट को तारों के जरिए बंद कर दिया गया है।
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140 जवानों ने संभाला था मोर्चा
रात 11:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी और एनडीआरएफ की टीम ने नगर निगम के अमले की मदद से बावड़ी से करीब 20 लोगों के शव निकाले बाहर निकाले थे। हादसे की जानकारी मिलने के बाद महू से तीन अलग-अलग टीमों में आर्मी और NDRF के करीब 140 जवान मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हुए थे। गुरुवार देर रात करीब 13 शव और निकाले गए थे। इससे पहले 11 शव निकाले गए थे। घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। हालांकि स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाते हुए 10 लोगों को बाहर खींच लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने मामले की जांच की मांग की थी। वहीं, उनका कहना था कि मंदिर में बावड़ी के ऊपर स्लैब कैसे डल गया, किसकी इजाजत से डला। मामले में निष्पक्ष जांच होना चाहिए।
सीएम ने पांच-पांच लाख की सहायता राशि की घोषणा की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार देने की घोषणा की है। वहीं, पीएम राहत कोष से हादसे में जान गंवाने वालों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने हादसे को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। मंदिर के अध्यक्ष और सचिव पर गैर इरादन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की थी, उन्होंने हादसे पर शोक व्यक्त किया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इंदौर में हुए हादसे पर शोक व्यक्त किया है।

घायलों से मिलने पहुंचे सीएम शिवराज।
- फोटो : अमर उजाला
हादसे में अब तक 36 की मौत
हादसे में मरने वालों में 15 से ज्यादा महिलाएं, 10 से अधिक पुरुष और दो बच्चे शामिल हैं। इनमें से एक डेढ़ साल का बच्चा है, जिसका नाम हितांश है। घायलों को पास के एप्पल हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा गया है। जबकि गंभीर घायलों को एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने जिम्मेदारों पर कठोरतम धाराओं में केस दर्ज करने और कार्रवाई की बात कही है। घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कलेक्टर के अनुसार फिलहाल 16 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। दो लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
पानी होने से बढ़ा मौत का आंकड़ा
लोगों ने बताया कि जिस बावड़ी में लोग गिरे थे, उसमें पानी भरा था। लोग गिरे, ऊपर से मलबा गिरा। इस वजह से जो लोग नीचे गिरे, उनकी मौत हुई। प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य के दौरान पानी के होने के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पहले बावड़ी के पानी को खाली किया गया फिर लोगों को निकाला गया।
हादसे में बचाए गए घायलों की लिस्ट
भारती गुलानी (28), महेश कौशल (49), रौनक पाल (37), ज्योति पटेल (55), लक्ष्मीनारायण शर्मा, ललित सेठिया (44), बेबी अलिना (7), बेबी वेदा (3), मुरली सबनानी (54), शांता पटेल (57), भावेश पटेल (37), लक्ष्मण दलवानी (53), पंकज पटेल (47), दीपा खानचंदानी (52), माया गुलानी (48), नंदनी दशोरे (15), आकाश मोटवानी (25), कनक पटेल (32)। हालांकि इनमें से दो की मौत हो गई है।
मंदिर के अंदर बनी है बावड़ी
मंदिर में अंदर बनी बावड़ी करीब 60 फीट गहरी है, जिसे ठांकने के लिए उस पर छत डाली गई थी। जिस समय मंदिर में हवन हो रहा था और लोग बावड़ी पर बैठे थे। वजन बढ़ने से अचानक बावड़ी की छत भरभराकर ढह गई। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही नीचे गिर गए। गिरने वालों में महिलाएं, पुरुष, कुछ बच्चे शामिल थे। रामनवमी होने से मंदिर में भीड़ भी अधिक थी।
हादसे में मरने वालों में 15 से ज्यादा महिलाएं, 10 से अधिक पुरुष और दो बच्चे शामिल हैं। इनमें से एक डेढ़ साल का बच्चा है, जिसका नाम हितांश है। घायलों को पास के एप्पल हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा गया है। जबकि गंभीर घायलों को एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है। इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने जिम्मेदारों पर कठोरतम धाराओं में केस दर्ज करने और कार्रवाई की बात कही है। घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कलेक्टर के अनुसार फिलहाल 16 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। दो लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
पानी होने से बढ़ा मौत का आंकड़ा
लोगों ने बताया कि जिस बावड़ी में लोग गिरे थे, उसमें पानी भरा था। लोग गिरे, ऊपर से मलबा गिरा। इस वजह से जो लोग नीचे गिरे, उनकी मौत हुई। प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य के दौरान पानी के होने के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पहले बावड़ी के पानी को खाली किया गया फिर लोगों को निकाला गया।
हादसे में बचाए गए घायलों की लिस्ट
भारती गुलानी (28), महेश कौशल (49), रौनक पाल (37), ज्योति पटेल (55), लक्ष्मीनारायण शर्मा, ललित सेठिया (44), बेबी अलिना (7), बेबी वेदा (3), मुरली सबनानी (54), शांता पटेल (57), भावेश पटेल (37), लक्ष्मण दलवानी (53), पंकज पटेल (47), दीपा खानचंदानी (52), माया गुलानी (48), नंदनी दशोरे (15), आकाश मोटवानी (25), कनक पटेल (32)। हालांकि इनमें से दो की मौत हो गई है।
मंदिर के अंदर बनी है बावड़ी
मंदिर में अंदर बनी बावड़ी करीब 60 फीट गहरी है, जिसे ठांकने के लिए उस पर छत डाली गई थी। जिस समय मंदिर में हवन हो रहा था और लोग बावड़ी पर बैठे थे। वजन बढ़ने से अचानक बावड़ी की छत भरभराकर ढह गई। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही नीचे गिर गए। गिरने वालों में महिलाएं, पुरुष, कुछ बच्चे शामिल थे। रामनवमी होने से मंदिर में भीड़ भी अधिक थी।

मंदिर का वह हिस्सा जहां बावड़ी धंसी थी
- फोटो : अमर उजाला
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से व्यक्तियों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि है यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद कई नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के स्वजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने किया ट्वीट
पूर्व सीएम कमलनाथ ने इंदौर के मंदिर में हुए हादसे पर चिंता व्यक्त की उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के दौरान लोगों के बावड़ी में गिर जाने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं ईश्वर से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल बाहर आने की कामना करता हूं। प्रभु श्रीराम सबकी रक्षा करें। कमलनाथ ने एक और ट्वीट कर कहा कि मंदिर में हवन के दौरान बावड़ी में गिरने से कुछ लोगों की मृत्यु का समाचार सामने आ रहा है। कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता घटनास्थल पर मौजूद हैं। मैं कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि इस संकट की घड़ी में हर संभव मदद करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में पुरानी निजी बावड़ी के धंस जाने से व्यक्तियों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि है यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अनेक प्रयासों के बाद कई नागरिकों को बचाया नहीं जा सका। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घटना में दिवंगत लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि: शुल्क उपचार के साथ 50 हजार प्रति घायल को राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के स्वजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने किया ट्वीट
पूर्व सीएम कमलनाथ ने इंदौर के मंदिर में हुए हादसे पर चिंता व्यक्त की उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के दौरान लोगों के बावड़ी में गिर जाने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं ईश्वर से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल बाहर आने की कामना करता हूं। प्रभु श्रीराम सबकी रक्षा करें। कमलनाथ ने एक और ट्वीट कर कहा कि मंदिर में हवन के दौरान बावड़ी में गिरने से कुछ लोगों की मृत्यु का समाचार सामने आ रहा है। कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता घटनास्थल पर मौजूद हैं। मैं कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि इस संकट की घड़ी में हर संभव मदद करें।

करीब 16 घायल अस्पताल में भर्ती हैं
- फोटो : अमर उजाला
CM योगी ने इंदौर हादसे पर जताया दुःख
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि इंदौर में हुई दुर्घटना अत्यंत दु:खद है, मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से सबकी कुशलता के साथ घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है।
हादसे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी शोक जताया है। ट्वीट में राहुल ने लिखा है कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में उत्सव के दौरान हुए हादसे की खबर बहुत दुखद है। घटना में जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिजनों को मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। वहीं प्रियंका ने लिखा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्य में हरसंभव मदद करें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि इंदौर में हुई दुर्घटना अत्यंत दु:खद है, मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से सबकी कुशलता के साथ घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है।
हादसे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी शोक जताया है। ट्वीट में राहुल ने लिखा है कि इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में उत्सव के दौरान हुए हादसे की खबर बहुत दुखद है। घटना में जिनकी मृत्यु हुई, उनके परिजनों को मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। वहीं प्रियंका ने लिखा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत एवं बचाव कार्य में हरसंभव मदद करें।

हादसे के बाद मंदिर के बाहर भीड़ लग गई थी।
- फोटो : अमर उजाला
भीड़ संभालने पुलिस ने बल प्रयोग किया
घटना स्थल पर भीड़ बार-बार उग्र हो रही थी। लोग अपने परिजनों को लेकर बेहद परेशान थे। जिसके चलते पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। बताया जा रहा है कि बेलेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण भाजपा के पूर्व पार्षद सेवाराम गल्लानी ने कराया था। वर्तमान में इस क्षेत्र के विधायक आकाश विजयवर्गीय हैं।
घटना स्थल पर भीड़ बार-बार उग्र हो रही थी। लोग अपने परिजनों को लेकर बेहद परेशान थे। जिसके चलते पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। बताया जा रहा है कि बेलेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण भाजपा के पूर्व पार्षद सेवाराम गल्लानी ने कराया था। वर्तमान में इस क्षेत्र के विधायक आकाश विजयवर्गीय हैं।